Tik Tok Banned in US: चीनी शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक (TikTok) को अमेरिका में बड़ा झटका लगा है। महीनों की कानूनी लड़ाई के बाद आखिरकर टिकटॉक को बैन कर दिया गया है। दरअसल, अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने 17 जनवरी को राष्ट्रीय सुरक्षा (National Security) चिंताओं का हवाला देते हुए टिकटॉक (TikTok) पर बैन लगाने के लिए एक कानून को मंजूरी दे दी। हालांकि, शॉर्ट-वीडियो प्लेटफॉर्म अभी अभी नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से उम्मीदें हैं।
TikTok Banned in US: चीनी शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक (TikTok) को अमेरिका में बड़ा झटका लगा है। महीनों की कानूनी लड़ाई के बाद आखिरकर टिकटॉक को बैन कर दिया गया है। दरअसल, अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने 17 जनवरी को राष्ट्रीय सुरक्षा (National Security) चिंताओं का हवाला देते हुए टिकटॉक (TikTok) पर बैन लगाने के लिए एक कानून को मंजूरी दे दी। हालांकि, शॉर्ट-वीडियो प्लेटफॉर्म अभी अभी नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से उम्मीदें हैं।
चीनी कंपनी बाइटडांस (Bytedance) के मालिकाना हक वाले टिकटॉक (TikTok) ने शनिवार रात अपने यूजर्स को भेजे मैसेज में कहा, “अमेरिका में टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने वाला एक कानून लागू हो गया है। इसका मतलब है कि आप अभी टिकटॉक का इस्तेमाल नहीं कर सकते। हालांकि, हमें इसकी खुशी है कि नए राष्ट्रपति ट्रंप ने संकेत दिया है कि वो टिकटॉक को बहाल करने पर हमारे साथ काम करेंगे। ऐसे में आप हमारे साथ बने रहें।”
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों ने टिकटॉक (TikTok) को लेकर चिंता जताई है और दावा किया है कि इससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा है। उनका मानना है कि चीनी सरकार इस ऐप का इस्तेमाल अमेरिकियों की जासूसी (Spying on Americans) करने या गुप्त रूप से लोगों की राय को प्रभावित करने के लिए कर सकती है, यह नियंत्रित करके कि कौन सी सामग्री दिखाई या छिपाई जाए।
अमेरिका की यह चिंताएं चीनी राष्ट्रीय सुरक्षा कानूनों (Chinese national security laws) से उपजी है, जिसके तहत कंपनियों को खुफिया गतिविधियों में मदद करने की जरूरत होती है। एफबीआई निदेशक क्रिस्टोफर रे (FBI Director Christopher Wray) ने पिछले साल कांग्रेस में कहा था कि चीनी सरकार टिकटॉक (TikTok) के सॉफ्टवेयर के जरिये से अमेरिकियों के डिवाइस तक पहुंच सकती है और उनसे समझौता कर सकती है।